Napunsakta(Impotence) Ke Karan Aur Gharelu Upay
नपुंसकता(नामर्दी) के कारण और घरेलू उपाय
नामर्दी, नपुंसकता, तनाव न आना
Napunsakta Ka Ilaj, Namardi Ka Ilaj, Treatment of Impotency, Erectile Dysfunction
नामर्दी से पीड़ित पुरूष, स्त्री के साथ संभोग के दौरान पूर्ण रूप से उत्तेजित नहीं हो पाता, जिस कारण उसके लिंग में भी कठोरपन व पूरा तनाव नहीं आ पाता। यदि आता भी है तो तुरन्त ही शिथिल भी पड़ जाता है। दरअसल नामर्दी की समस्या में व्यक्ति के अंदर वीर्य बनना बंद हो जाता है या फिर ना के बराबर ही बनता है और लिंग में तनाव भी नहीं आता। जिससे वह चाहकर भी सेक्स नहीं कर पाता और उसे अपने पार्टनर के सामने शर्मिन्दगी महसूस होने लगती है और जीवन भी निराशामयी हो जाता है।
नामर्दी के मुख्य कारण-
व्यक्ति की बचपनक की गलतियां व जवानी के जोश में हस्तमैथुन जैसी गलत क्रियाएं कर लेता है, जिससे हथेली की गर्मी, लिंग की नसों के द्वारा मसाने में चली जाती है, जिस कारण व्यक्ति का वीर्य पतला हो जाता है और उसके रूकावट नहीं रहती। साथ ही साथ हाथों के अधिक दबाव के कारण, लिंग की नसें कमजोर पड़ जाती हैं और लिंग में तनाव नहीं आता।
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इसके अलावा आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति ना तो सही से अपने खान-पान का ध्यान रख पाता है और ना ही अपनी सेहत का। ऊपर से दिनभर के अपने दैनिक कार्यों से थक कर चूर हो जाता है और जब वह घर लौटता है तो उसे सेक्स के प्रति कोई रूचि नहीं रह जाती।
इन्हीं सब कारणों से सेक्स समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जैसे स्वप्नदोष, शीघ्रपतन या धात रोग। इन सारी समस्याओं के लंबे समय तक बने रहनके कारण व्यक्ति में नामर्दी की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
नपुंसकतानाशक घरेलू चिकित्सा-
1. चनसूर 15 ग्राम को दूध में उबालकर मिश्री का योग देकर सुबह-शाम सेवन करने से संभोग की क्षमता में वृद्धि होती है।
2. कुलंजन(पान की जड़) मुंह में रखकर चूसते रहने से कामशक्ति की वृद्धि होती है।
3. जंगली उशबा का चूर्ण 15 से 25 ग्राम का क्वाथ बनाकर नित्य 1 मात्रा पीने से कामोत्तेजना उत्पन्न होती है।
4. छोटी माई की दाल का चूर्ण आधा से एक तोला(6 से 12 ग्राम) का क्वाथ बनाकर नित्य दो बार सेवन करने से संभोग क्षमता में वृद्धि होती है।
5. प्यास के बीजों का चूर्ण 125 से 250 मि.ग्रा. मिश्री मिले दूध के साथ सेवन करने से कामोत्तेजना में वृद्धि होती है।
6. लहसुन एक पुतिया घी मंे भून लें 1 से 3 लहसुन को पीसकर शहद में मिलाकर नित्य दें।
7. बाजीकरण के लिए राल 1 से 1.5 ग्राम चूर्ण समभाग मिश्री मिले दूध के साथ नित्य सुबह दें।
8. छोटी इलायची का चूर्ण 1 से 1.5 ग्राम सुबह सेवन करें। अनुपान में मिश्री मिला दूध दें।
9. बड़ी गोखरू के फलों का चूर्ण 2 ग्राम शर्करा एवं घृत के साथ चटाकर ऊपर से मिश्री मिला गोदुग्ध सुबह-शाम दें।
Napunsakta(Impotence) Ke Karan Aur Gharelu Upay
10. सहजना(मुनगा) के फूल नित्य रात को दूध में उबाल कर मिश्री मिलाकर पीने से नपुंसकता दूर हो जाती है।
11. केबांच(कपिकच्छु) के बीजों की मज्जा का चूर्ण 2 से 6 ग्राम नित्य रात को सोने से पहले मिश्री मिले दूध के साथ दें। लाभ होगा।
12. अतिबला(कंघी) के बीजों का चूर्ण आधा से एक ग्राम सुबह-शाम मिश्री मिले दूध के साथ सेवन करने से नपुंसकता दूर हो जाती है।
13. शतावरी चूर्ण 10 से 20 ग्राम समभाग चीनी के साथ या मिश्री मिला दूध के साथ सुबह-शाम दें।
14. तालमखाना के बीजों का चूर्ण 2 से 4 ग्राम मिश्री मिला गोदुग्ध के साथ सुबह-शाम दें।
15. तिलों का चूर्ण नित्य सुबह-शाम 15 से 30 ग्राम सेवन करने से पुरूषत्व शक्ति की वृद्धि होती है।
16. मुलहेठी का चूर्ण 10 ग्राम असमान मात्रा में घृत एवं शहद मिलाकर सुबह-शाम चाटकर ऊपर से मिश्री मिला गर्म दूध दें।
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